शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से किया गया परेशान
बीएमओ के सामने घटित हुई घटना पर कोई कार्यवाही नहीं
ड्राइवर का संबंध बड़े अधिकारियों से इसलिए करता है मनमानी
बिलासपुर (सैय्यद निजामुद्दीन ) – जिले से लगे मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फिर एक बार चर्चे में है इस बार मामला बिल्कुल अलग और नया है। जिसमें मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ड्राइवर तरुण श्रीवास द्वारा अपने सहकर्मी संजय सिंह को चाकू से जान से मारने का प्रयास किया और साथ ही खुद आत्महत्या कर उन्हें फसा देने की धमकी दे डाली जिसकी लिखित शिकायत संजय सिंह द्वारा पहले अपने कार्यालय और साथ ही बिलासपुर में स्वास्थ्य विभाग में की है परन्तु हमला करने वाले तरुण श्रीवास की रिपोर्ट तो दूर कार्यवाही तक नहीं की गई है।
मामला 30 सितंबर की है जिसमें मस्तूरी में कार्यरत संजय द्वारा प्रतिदिन की तरह अपने कार्यालय के कार्य को कर रहे थे तभी उस स्वास्थ्य केंद्र के ड्राइवर तरुण श्रीवास द्वारा आकर संजय सिंह के साथ गाली गलौज करने लगा जिसका विरोध करने पर तरुण श्रीवास द्वारा अपने पास रखे चाकू से संजय के ऊपर हमला करने की कोशिश की गई जिसपर वहाँ उपस्थित अन्य लोगों द्वारा बीच-बचाव कर संजय को बचाया गया। प्रत्यक्षदर्शीयों का कहना था की घटना के समय तरुण श्रीवास पूरी तरह से नशे में था और जिस समय घटना घटी उस समय कार्यालय में बीएमओ और बीपीएम सहित काफ़ी लोग उपस्थित थे।
सूत्रों से पता चला है की तरुण श्रीवास द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार और घोटालों की जानकारी संजय सिंह को लग गयी थी जिसका विरोध संजय सिंह द्वारा किया गया इसी गुस्से की वजह से तरुण श्रीवास ने इस घटना को अंजाम दिया।
लिखित में की गई है शिकायत – घटना से भयभीत हो कर संजय सिंह द्वारा दूसरे दिन अपने कार्यालय में और बिलासपुर स्वास्थ्य विभाग में की गई है जिसका आवक क्रमांक 9072 है।
बड़े अधिकारियों और नेताओं से है पहचान – यूँ तो तरुण श्रीवास मस्तूरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक ड्राइवर है लेकिन बड़े अधिकारियों और नेताओं से पहचान की बदौलत खुद को अधिकारी से कम नहीं मानता। जिसकी मिसाल इसलिए बात से है की सिर्फ 1 ड्राइवर होने के बाद भी अकेला 3 गाड़ियों का उपयोग करता है।
रोज जमती है शराब की महफ़िल – सूत्रों से और 1 कर्मचारी द्वारा नाम नहीं बताने की शर्त पर यह पता चला है की तरुण श्रीवास द्वारा हर दिन कार्यालय में ही अपने साथियों द्वारा शराब की महफ़िल साजता है जिसका विरोध करना बाकि कर्मचारियों को महंगा पड़ जाता है।
झोलाछाप डॉक्टरों से वसूली का आरोप – तरुण श्रीवास द्वारा सरकारी गाड़ी से झोलाछाप डॉक्टर्स से वसूली के कई आरोप लग चुके है जिसका खुलासा जल्द ही अगले ख़बर में किया जायेगा।
आखिर अब तक कार्यवाही करने से क्यों डर रहे अधिकारी – घटना को हुए और शिकायत किये अब एक सप्ताह हो गया है किन्तु अभी तक उक्त शिकायत पर किसी भी प्रकार की कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है।
थाने में ना ही शिकायत और ना एफआईआर – हमने मस्तूरी के थाने में फ़ोन कर घटित घटना के बारे में जानकारी लेनी चाही पर थाने में उक्त घटना के बारे में कोई सूचना नहीं है।
सिर्फ बातचीत हुई है चाकू नहीं निकाला है। मामला क्या था मुझे नहीं पता मैं बाद में पंहुचा और दोनों को शांत करवाया मुझे नहीं पता है की किसी प्रकार की कोई शिकायत की गई है या नहीं – बीएमओ, मस्तूरी